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ताज नगरी आगरा का एक झलक

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आगरा को लोग ताजमहल के लिए देखने के लिए जाते   हैं लेकिन आगरा में इसके अलावा बहुत देखने लायक बहुत कुछ है। हम आपको इस पोस्ट में इन्हीं जगहों के बारे में बतायेंगे। इससे पहले जानते हैं आगरा के बारे में – आगरा की नगर की स्थापना लोदी वंश के शासक सिकन्दर लोदी ने की। उसने आगरा को अपनी राजधानी भी बनाया। बाद में मुगलों के शासन   में अकबर ने इसे अपनी राजधानी बनाया। इसलिए आगरा को अकबराबाद भी कहा जाता है। आगरा यमुना नदी के किनारे बसा है। आगरा ऐसा जिला है जिसमें स्थित तीन प्रसिद्ध जगहें यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में शामिल हैं। ये हैं ताजमहल, आगरा का किला और फतेहपुर सीकरी। आइये जानते हैं आगरा के पर्यटन स्थलों के बारे में- 1. ताजमहल ( Taj Mahal )- यमुना नदी के दाँये तट पर बना यह ताजमहल विश्व सांस्कृतिक धरोहर में शामिल है। 1631 में शाहजहाँ ने अपनी प्रिय बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। इसके अन्दर शाहजहाँ और मुमताज महल की कब्रे हैं। इसकी सुन्दरता को बढ़ाने के लिए 10 सालों तक काम किया गया था। 2. आगरा का किला ( Agra Fort )-   आगरा का किला अकबर द्धारा बनाये गये ...

कतर्नियाघाट वन्य जीवों का रोमांचक संसार

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उत्तर प्रदेश के बहराइच जिला मुख्यालय से करीब 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कतर्नियाघाट अभयारण्य प्राकृतिक खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। यह अभ्यारण्य करीब 551 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इसकी सीमा दुधवा नेशनल पार्क और नेपाल से भी सटी हुयी है। घाघरा नदी की एक जलधारा अभ्यारण्य से होकर गुजरती है इसलिए यहाँ तमाम जलीय स्तनधारी जीव जन्तु भी देखने को मिलते हैं। विशाल जंगल में घड़ियाल बाघ जंगली सांड़ और गैंडे जैसे वन्य जीव भी देखे जा सकते हैं। पर्यटकों को बोटिंग जंगल सफारी और थारू जनजातियों की लोक संस्कृति खूब आकर्षक करती है। दुर्लभ और विचित्र प्रजाति के वन्य जीवों को देखने की ख्वाहिश रखने वालों के लिए यहां बहुत कुछ है खतरनाक जीवों में घड़ियाल बाघ गैंड़ा जंगली सांड एशियाई हाथी और जंगली बिल्लियों को करीब से देखने का मौका पा सकते हैं। वहीं दुर्लभ किस्म के हिरन बारहसिंहा डाल्फिन बंदर लंगूर खरगोश गुलदार आदि वन्य जीव देखे जा सकते हैं। इस जंगल में लंबी चोंच वाले गिद्ध सारस जैसे तमाम पक्षियों को करीब से देखा जा सकता है। एडवेंचर पसंद लोगों को यहाँ की सैर एक बार जरूर करनी चाहिए। नदी में बोटिं...

सैर वाराणसी की इन 10 जगहों पर 10 Best Place to Visit in Varanasi

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10 Best Place to Visit in Varanasi भारत की  धार्मिक राजधानी, दीपों का शहर (The City Of Light) , भगवान शिव की नगरी, के नाम से जाने जाना वाला यह शहर वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा है। वरूणा और अस्सी दो नदियों के नाम से इस  शहर का नाम वाराणसी पड़ा।ये नदियाँ उत्तर  और दक्षिण से आकर गंगा में मिलती है। वेदों और पुराणों में इसका उल्लेख काशी नाम से हुआ है। वाराणसी संसार के प्राचीनतम् शहरों में से एक है। हिन्दू धर्म के साथ-साथ यह बौद्ध और जैन धर्मों का पवित्र स्थल है। लाइट आफ एशिया कहे जाने वाले गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश वाराणसी के निकट सारनाथ में ही दिया था। धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ यह कला और सांस्कृतिक नगरी भी रही है। कबीर दास, तुलसी दास, मुंशीप्रेम चंद, जयशंकर प्रसाद, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल जैसे हिन्दी लेखकों एंव कवियों का सम्बन्ध वाराणसी से ही रहा है। संगीतज्ञ की बात करें तो पंडित रविशंकर, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया, बिस्मिल्लाह खां की की कार्य स्थली वाराणसी ही रहा है। वाराणसी आज भी अपने प्राचीनता को संजोये हुये है। यहाँ घूमने का अंदाज ही कुछ अलग है इसलिए ...
हमारे देश में जाति, धर्म, संस्कृति और परंपराओं से लेकर कई और चीजों में विभिन्नताएं देखने को मिलती है, बावजूद इसके हमारा देश दुनिया भर में अनेकता में एकता की अनोखी मिसाल भी पेश करता है। वैसे कहने के लिए तो हिंदुस्तानियों को देश के किसी भी कोने में रहने की आजादी दी गई है। लेकिन भारत में कई ऐसी जगहें भी हैं जहां फिरंगियों को तो एंट्री मिल जाती है लेकिन भारतीयों के लिए वहां जाने पर पाबंदी लगाई गई है। आगे हम आपको बताने जा रहे हैं भारत की पांच ऐसी जगहें, जहां भारतीयों को नहीं मिलती है एंट्री।  बैंगलोर का यूनो इन होटल साल 2012 में निपोन इंफ्रास्ट्रक्टर ने बैंगलोर में यूनो इन नाम के इस होटल का निर्माण किया था। जिसका मकसद जापानियों को उनकी पसंद का खाना मुहैया कराना था। हालांकि शुरूआती दौर में इस होटल में भारतीयों के आने पर पाबंदी नहीं थी लेकिन साल 2014 में हुए कुछ हादसों के बाद से यहां भारतीय के आने पर पाबंदी लगा दी गई है।  हिमाचल प्रदेश का फ्री कसोल कैफे हिमाचल प्रदेश के कसोल में बने फ्री कसोल कैफे में विदेशियों को एंट्री तो मिल जाती है लेकिन भारतीयों को इस कैफे में आने की इजा...

यहां होती टीवी सीरियलों की शूटिंग Tv serials Shooting location

टीवी सीरियल देखना किसे अच्छा नहीं लगता खासकर लड़कियों और महिलाओं का सबसे ज्यादा शौक होता है। लेकिन आप यह जरूर सोचते होंगे कि इन टीवी सीरियल्स की शूटिंग कहाँ होती है। तो आज हम आपको बताते हैं इनके शूटिंग लोकेशन के बारे में  करीब एक दशक पहले टीवी सीरियल्स में दिखाई गई लोकेशन्स ज्यादातर मुंबई की होती थी या फिर किसी स्पेशल सीन को दिखाने के लिए सेट लगा दिया जाता था अब बदलते वक्त के साथ हर चीज को रियल लाइफ इफेक्ट के साथ दिखाने की कोशिश की जाती है बीते सालों में कई लोकेशन्स ऐसी हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा टेलीविजन शो में दिखाया जाता है आइए डालते हैं उनपर एक नजर 1. अमृतसर अमृतसर जिसे आज भी कुछ लोग अम्बरसर कहते हैं ज्यादातर पंजाब की कहानी पर आधारित ज्यादातर टेलीविजन शो अमृतसर में ही शूट किए जाते हैं टशन-ए-इश्क, वारिस, गुरबानी, वीरा जैसे पौपुलर सीरियल्स की शूटिंग अमृतसर में की गई है। 2. बनारस गंगा की आरती और बनारस के घाट बनारस का नाम लेते ही सबसे पहले ये दो खास बातें सबसे पहले याद आती हैं शाम के समय अनगिनत दीयों से जगमगाता है बनारस गंगा, सरस्वतीचंद्र, कर्म अपना-अपना, तेरे शहर में, बिलियन...

इलाहाबाद की इन 10 जगहों पर घूमना ना भूलें 10 Best Place to visit In Allahabad

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इलाहाबाद कुम्भ के समय एक नागा साधु उत्तर प्रदेश की न्यायिक राजधानी इलाहाबाद को कुम्भ नगरी और तीर्थराज के नाम से भी जाना जाता है। इलाहाबाद धार्मिक नगरी होने के साथ- साथ यह एक ऐतिहासिक शहर भी है। यह भारत के प्राचीन शहरों में से एक है। इलाहाबाद का पूर्व नाम प्रयाग था(पुराणों और वेदों में उल्लेख इसी नाम से हुआ है), अकबर ने अपने नये धर्म दीन-ए-इलाही के नाम पर इसका नाम इलाहाबाद रखा तब से यह शहर इसी नाम से जाना जाता है। इसे प्रधानमंत्रियों का शहर भी कहा जाता है क्योकी भारत के सात प्रधानमंत्रियों का सम्बन्ध इलाहाबाद से रहा है। स्वतंत्रता आन्दोलन के समय यह शहर चढ़ बढ़ कर हिस्सा लिया। मोतीलाल नेहरू, चितरंजनदास, मदनमोहन मालवीय, जवाहर लाल नेहरू जैसे क्रान्तिकारी यहीं पैदा हुए। इलाहाबाद की प्राचीनता और धार्मिकता लोगों को अपनी ओर खींचती है। तो चलिए घूमते हैं इलाहाबाद की इन 10 जगहों पर-   1. त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam)   - त्रिवेणी संगम हिन्दू धर्म की तीन पवित्र नदियों गंगा, यमुना, सरस्वती का मिलन स्थल है। तीनों नदियों के जलों के मिलने यहाँ पानी का ...