इलाहाबाद की इन 10 जगहों पर घूमना ना भूलें 10 Best Place to visit In Allahabad
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इलाहाबाद कुम्भ के समय एक नागा साधु |
उत्तर प्रदेश की न्यायिक राजधानी इलाहाबाद को कुम्भ नगरी और तीर्थराज के
नाम से भी जाना जाता है। इलाहाबाद धार्मिक नगरी होने के साथ- साथ यह एक ऐतिहासिक
शहर भी है। यह भारत के प्राचीन शहरों में से एक है। इलाहाबाद का पूर्व नाम प्रयाग
था(पुराणों और वेदों में उल्लेख इसी नाम से हुआ है), अकबर ने अपने नये धर्म
दीन-ए-इलाही के नाम पर इसका नाम इलाहाबाद रखा तब से यह शहर इसी नाम
से जाना जाता है। इसे प्रधानमंत्रियों का शहर भी कहा जाता है क्योकी भारत के सात
प्रधानमंत्रियों का सम्बन्ध इलाहाबाद से रहा है। स्वतंत्रता आन्दोलन के समय यह शहर
चढ़ बढ़ कर हिस्सा लिया। मोतीलाल नेहरू, चितरंजनदास, मदनमोहन मालवीय, जवाहर लाल
नेहरू जैसे क्रान्तिकारी यहीं पैदा हुए। इलाहाबाद की प्राचीनता और धार्मिकता लोगों
को अपनी ओर खींचती है। तो चलिए घूमते हैं इलाहाबाद की इन 10 जगहों पर-
1. त्रिवेणी संगम (Triveni
Sangam) -
त्रिवेणी संगम हिन्दू धर्म की तीन पवित्र नदियों गंगा, यमुना, सरस्वती का मिलन
स्थल है। तीनों नदियों के जलों के मिलने यहाँ पानी का रंग हरा हो जाता है। ऐसी
मान्यता है कि यहाँ स्नान करने से व्यक्ति के जीवन के सारे पाप खत्म हो जाते हैं।
हर 12 वें बर्ष विश्व प्रसिद्ध कुम्भ मेले का आयोजन यहीं किया जाता है। आप यहाँ
बोटिंग भी कर सकते हैं।
2. इलाहाबाद किला (Allahabad Fort) –
त्रिवेणी संगम के किनारे अकबर द्वारा बनावाया गया यह इलाहाबाद का किला
स्थित है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इसे सम्राट अशोक ने बनवाया था और अकबर
ने केवल इसकी मरम्त करवायी। इसके अन्दर अशोक का स्तम्भ भी है। किले में अक्षयवट
वृक्ष और पातालपुरी मन्दिर हैं। इसमें सरस्वती कूप स्थित है, जिसे सरस्वती नदी का
स्त्रोत माना जाता है। अगर आप किले को देखना चाहते हैं तो बाहर से ही निहार लीजिए
क्योंकी कुछ कारणों से किलें के अधिकतर स्थानों पर टूरिस्टों के जाने की अनुमति
नहीं है। किले में बने मन्दिर को ही लोग देख सकते हैं।
3. बड़े हनुमान मंदिर (Bade Hanuman
Temple)–
बड़े हनुमान जी मन्दिर इलाहाबाद किले के पास स्थित है। मन्दिर में 20 फीट
लम्बी और 8 फीट चौड़ी लेटे हुए हनुमान जी की प्रतिमा है।
4. कम्पनी पार्क (Company Garden) –
शहीद चन्द्रशेखर आजाद पार्क, अल्फ्रेड पार्क, कम्पनी पार्क के नाम से जाना
जाने वाला यह पार्क वही जगह है जहाँ क्रान्तिकारी चन्द्रशेखर आजाद ने फिरंगियों के
सामने समर्पण न करके खुद को गोली मार ली ।यह पार्क सिविल लाइन्स चौक के पास है।
कम्पनी पार्क इलाहाबाद का सबसे बड़ा पार्क है। यह ब्रिटिश काल में अंग्रेजों के कार्यक्रम स्थली हुआ करता था। पार्क के एक
कोने में चन्द्रेशखर आजाद की मूर्ति लगायी गयी है। पार्क में एक छोटी सी झील भी
बनायी गयी है। इसमें आप बोटिंग के मजे भी
ले सकते हैं।
5. इलाहाबाद म्यूजियम (Allahabad Museum) –
इलाहाबाद म्यूजियम कम्पनी गार्डेन से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है। यह एक
राष्ट्रीय म्यूजियम है। पुरातत्व विभाग
द्वारा इसमें दुर्लभ वस्तुएं संग्रहित की गयी हैं। इसमें गाँधी जी के जीवन से
जुड़ी दुर्लभ चित्रों का संग्रह है।इसमें एक ट्रक भी रखा गया है जिससे गाँधी जी
अस्थियाँ संगम में विसर्जन के लिए लायी गयीं थी। चन्द्रशेखर आजाद की पिस्तौल भी
यहीं रखी गयी है।
6. आनन्द भवन (Anand Bhawan)–
आन्नद भवन मोतीलाल नेहरू द्वारा 1930 में बनवाया गया था। यह नेहरू परिवार
का आवास था जिसे अब एक म्यूजियम बना दिया
गया। इस भवन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन हुये।यहाँ आप जवाहर के कमरे
यहाँ वे रहते थे उनके की तस्वीरें, उनके द्वारा प्रयोग की वस्तुओं को देख सकते
हैं। इसके द्विताय तल पर महात्मा गाँधी भी रूके थे।
7. जवाहर प्लेनेटोरियम (Jawahar
Planetarium) –
जवाहर प्लेनेटोरियम आन्नद भवन परिसर में स्थित हैं लेकिन इसके लिए अलग से
टिकट लेना लेना पड़ता है। प्लेनेटोरियम का निर्माण जवाहर लाल नेहरू स्मारक फंड
द्वारा 1975 में कराया गया। इस प्लेनेटोरियम के पास PSLV का प्रतिरूप भी बनाया गया है।
इसमें ग्रहों और नक्षत्रों से सम्बन्धित जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
8. स्वराज भवन म्यूजियम (Swaraj Bhawan
Museum) –
स्वराज भवन म्यूजियम आन्नद भवन परिसर से सटा है, आन्नद भवन के टिकट से आप
स्वराज भवन म्यूजियम भी देख सकते हैं। जिसमें अंग्रजों द्वारा प्रयोग की जाने वाली
पुरानी बग्घियाँ रखी हुयी हैं। अगर आप इन्दिरा गाँधी की दुर्लभ तस्वीरों को देखना
चाहता हैं तो इससे अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती हैं। इसमें इन्दिरा गाँधी की
प्रधानमंत्री के काल की तस्वीरों का बहुत बड़ा संग्रह।
9. आल सेंट्स कैथेड्रल (All Saints
Cathedral) –
Cathedral) –
लाल पत्थरो से बना इलाहाबाद का आल सेंट्स कैथेड्रल चर्च रोड सिविल लाइन्स
पर स्थित है। प्रसिद्ध वास्तुकार, सर विलियम एमर्सन ने इस चर्च को डिजाइन
किया गया था। इन्होने विक्टोरिया
मेमोरियल कोलकाता को भी डिजाइन किया था।अपने चमकदार पत्थरों और जटिल डिजाइने के
लिए यह गिरिज पत्थर के नाम से जाना जाता है। इस चर्च में 400 लोग एक साथ
प्रार्थना कर सकते हैं।
10. खुसरो बाग (Khusro Bagh) –
खुसरो मुगल कालीन शासक जहाँगीर का पुत्र था। जिसने अपने पिता के खिलाफ
विद्रोह किया था जिससे जहाँगीर ने उसकी आँखें निकलवाली थी। उसके मरने के
बाद उसे खुसरो बाग में अपने माँ पास के मकबरे में दफना दिया गया। इसमें आप
मुगलकालीन राजशाही लोगो के चार अलग-अलग मकबरे देख सकेंगे। इसके अन्दर बने इको
नालेज पार्क को भी आप देख सकते हैं।
तो आपकी यात्रा यहीं खत्म हो रही है लेकिन ये शहर तो चलता रहेगा। आप खुसरो
बाग के पास इलाहाबाद जंक्शन से कुम्भ नगरी को बाय-बाय करते हुये अपनी ट्रेन पकड़
सकते हैं। आंखें तो आपकी बंद होंगी लेकिन इलाहाबाद की ये तस्वीरें आती रहेंगी।
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Mast
ReplyDeleteGood Article. Get some more information on Prayagraj by clicking following link......
ReplyDeletehttps://optimatravels.com/allahabad-uttar-pradesh/allahabad-uttar-pradesh-india.aspx
Bhut hi achha laga hume ghumke our padhke
ReplyDeleteVery good
ReplyDeletebest places to visit allahabad
ReplyDeletenice article
https://www.redgostories.com/best-tourist-place-in-prayagraj-in-hindi
Bht ach lga ghume me
ReplyDeleteGajab
ReplyDeleteबहुत सी जगह का तुमने जिक्र ही नहीं किया या हो सकता है तुम्हे खुद ही ना पता हो👍
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